नई दिल्ली. राष्ट्रपति के तौर पर आधिकारिक रूप से जैसे ही NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत का ऐलान होगा वैसे ही बीजेपी पूरे देश में भव्य जश्न मनाएगी. ख़ास तौर पर ST समुदाय यानि आदिवासी समुदाय के देश भर के क़रीब 1 लाख 30 हज़ार गांवों में भव्य जश्न मनाने के निर्देश बीजेपी आलाकमान ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को दे दिए हैं. इसके साथ ही देश के हर मंडल में भी द्रौपदी मुर्मू की जीत का जश्न बीजेपी मनाएगी. करीब 15 हज़ार मंडलों में जश्न मनाने की तैयारी बीजेपी कर रही है.
सूत्रों के मुताबिक़ बीजेपी की योजना है कि देश की पहली आदिवासी महिला की सर्वोच्च पद पर जीत का संदेश पूरे देश में तो जाये ही लेकिन ख़ास तौर पर आदिवासी समुदाय में भी जाना चाहिए. दरअसल बीजेपी चाहती है कि अभी तक मुख्य धारा से कटे इस समुदाय को जोड़ने के लिए ये जीत एतिहासिक तो होगी ही लेकिन राजनीतिक तौर पर भी ये मैसेज जाये कि प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी ही ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए नहीं बल्कि देश के वंचित तबकों और वर्गों के लिए काम करते हैं.
लिहाजा देश के ST समुदाय के क़रीब 1 लाख 30 हज़ार गांवों में विशेष रूप जश्न मनाने के निर्देश दिए गये हैं. 21 जुलाई को मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही देश के करीब 15 हज़ार मंडलों सहित इन आदिवासी गांवों में ढोल नगाड़ों के साथ द्रौपदी मुर्मू के होर्डिंग, पोस्टर लगाने के निर्देश दिए गए हैं. सूत्रों के अनुसार इस दिन मुर्मू के अलावा और किसी भी नेता का पोस्टर ना लगाने के भी निर्देश दिए गये हैं.
इससे पहले बीजेपी ने बुधवार को राष्ट्रीय मुख्यालय में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया. इस वर्कशॉप में हर प्रदेश के पोलिंग एजेंट को बुलाया गया और इन पोलिंग एजेंट को वोटिंग के लिए प्रशिक्षण दिया गया कि वोटिंग के दौरान हर छोटी छोटी बात का ध्यान कैसे रखना है. राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने इस वर्कशॉप में बीजेपी नेताओं को प्रशिक्षित किया. सूत्रों के मुताबिक़ वर्कशॉप में एक डमी बैलेट पेपर सभी को दिया गया और सभी नेताओं को समझाया गया कि उसका प्रयोग करके वोट कैसे देना है.