नई दिल्ली: ट्विटर खरीदने के अपने फैसले से पीछे हटने के बाद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने एक कोर्ट में ट्विटर की ओर से दायर एक अर्जी के खिलाफ प्रस्ताव दायर किया है. मस्क के वकील ने डेलावेयर चांसरी कोर्ट में दायर दस्तावेजों में कहा है कि ट्विटर के इस अनुचित अनुरोध को ठुकरा दिया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि मस्क ने ट्विटर को खरीदने की 44 अरब डॉलर की डील को रद्द करने की घोषणा की थी जिसके बाद ट्विटर ने उन्हें कोर्ट में खींच लिया है. मस्क का कहना है कि ट्विटर ने उन्हें स्पैम बॉट्स के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी है इसलिए वह डील रद्द कर रहे हैं. इसके बाद मंगलवार को ट्विटर इस मामले को कोर्ट में ले गई और कहा कि मस्क को आदेश दिया जाए कि वे तय हुए सौदे के अनुसार 54.20 डॉलर प्रति शेयर पर ट्विटर का अधिग्रहण पूरा करें.

मस्क ने क्या कहा
ट्विटर की अर्जी के खिलाफ दायर पत्र में मस्क की ओर से कहा गया है कि 2 महीने की सुस्ती के बाद अचानक मामले में तेजी लाना ट्विटर की चाल है. इससे वह स्पैम बॉट्स की सच्चाई को छुपाना और बचाव पक्ष से जबरन डील पूरी करवाना चाहता है. मस्क के वकील ने कहा कि फर्जी और स्पैम अकाउंट्स पर बहस ट्विटर की वैल्यू की मौलिक जरूरत हैं.
उन्होंने कोर्ट से मांग की है कि इस केस की सुनवाई अगले साल 13 फरवरी के बाद शुरू होनी चाहिए. आपको बता दें कि ट्विटर और मस्क के बीच यह डील 25 अक्टूबर तक टर्मिनेट हो जाएगी. इसलिए ट्विटर चाहता है कि इस केस की सुनवाई सितंबर में शुरू की जाए.
बैंकों से नहीं मिलेगा पैसा
मस्क की ओर से फरवरी में केस की तारीख रखवाए जाने की अर्जी इस लिहाज से भी रोमांचक है कि बैंकों द्वारा इस डील के लिए मस्क को वादा की गई राशि केवल 23 अप्रैल तक ही दी जाएगी. यानी अगर डील तब तक पूरी नहीं होती तो बैंक पैसा नहीं देंगे और सौदा निरस्त हो जाएगा. ट्विटर ने मस्क के इस कदम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. गौरतलब है कि अगर ट्विटर केस जीतता है तो मस्क पर 1 अरब डॉलर की ब्रेक-अप फीस लगाई जा सकती है.