नॉर्विच (यूके): विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने मंकीपॉक्स महामारी को वैश्विक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने के लिए अपने सलाहकारों को भी किनारे कर दिया था. ऐसा पहली बार हुआ था. 21 जुलाई को हुई स्वतंत्र सलाहकारों की समिति की बैठक में इस पर सहमति नहीं बन पाई थी कि मंकीपॉक्स के बढ़ते प्रकोप को अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (PHEIC) घोषित किया जाए या नहीं. इसके बाद डब्ल्यूएचओ महानिदेशक ने उच्चतम स्तर के इस अलर्ट को जारी करने का फैसला किया.

1970 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (तब ज़ायर) में एक बच्चे में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था. तब से ये प्रकोप आमतौर पर कम और पता लगाने योग्य रहा है, लेकिन हाल ही में एक व्यक्ति ऐसे देश से लौटा, जहां वायरस लोकल है. वह है, पश्चिम और मध्य अफ्रीका के देश. लेकिन वर्तमान प्रकोप अफ्रीका के बाहर किसी भी पिछले प्रकोप के विपरीत है जिसमें ये संक्रमण व्यक्ति-से-व्यक्ति में लगातार फैलता है.
22 जुलाई तक 68 देशों में 16,593 पुष्ट मामले सामने आए थे, जहां इससे पहले कभी मंकीपॉक्स होने की जानकारी नहीं थी. सबसे ज्यादा संक्रमण यूरोप में मिले हैं. अधिकांश संक्रमण ऐसे पुरुषों में हुए हैं जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं. विशेष रूप से ऐसे पुरुष जो कई लोगों के साथ यौन संबंध रखते हैं. डब्ल्यूएचओ के सामने पेश मॉडल बताते हैं कि बीमारी से संक्रमित एक व्यक्ति से संक्रमित होने वाले लोगों की औसत संख्या, पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में 1.4 और 1.8 के बीच है. लेकिन अन्य आबादी में 1.0 से कम है. इसका मतलब ये कि ये संक्रमण पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों के अलावा अन्य आबादी में भी फैल सकता है, लेकिन महत्वपूर्ण प्रसार की संभावना नहीं है.
यूरोप में हाल के हफ्तों में नए मंकीपॉक्स मामलों में वृद्धि की दर धीमी रही है. अधिकांश संक्रमण अभी भी उन पुरुषों में हो रहे हैं, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं. यूके में 97% मरीज वही पुरूष हैं, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि हाल के हफ्तों में महामारी में वृद्धि दर शून्य हो गई है या नकारात्मक हो गई है. विशेषज्ञ इस बात पर बहस कर रहे हैं कि क्या मंकीपॉक्स यौन संचारित रोग है. भले ही मंकीपॉक्स निस्संदेह रूप से सेक्स के दौरान फैलता है, इसे एसटीडी के रूप में लेबल करना ठीक नहीं होगा क्योंकि संक्रमण किसी भी अंतरंग संपर्क से फैल सकता है.
डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन समिति ने इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के पक्ष में तर्क दिया कि मंकीपॉक्स डब्ल्यूएचओ के अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों के तहत पीएचईआईसी की परिभाषा के भीतर आता है. ये परिभाषा कहती है कि ‘‘कोई असाधारण घटना, जो अंतर्राष्ट्रीय प्रसारण के माध्यम से अन्य देशों के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम पैदा करती है, और जिसके लिए संभावित रूप से एक समन्वित अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया की आवश्यकता है. उसे पीएचईआईसी माना जा सकता है.
मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने के खिलाफ दिए गए तर्कों में कहा गया था कि इस समय यूरोप और उत्तरी अमेरिका के केवल 12 देशों में बड़े पैमाने पर संक्रमण देखे जा रहे हैं. उन देशों में भी वृद्धि दर स्थिर हो रही है या गिर गई है. ऐसे में इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित नहीं किया जाना चाहिए. इसके अलावा, मंकीपॉक्स पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में दिख रहा है. ऐसे में इस समुदाय के लिए विशेष उपाय करके संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है. हालांकि आपातकालीन समिति में आम सहमति नहीं बन पाई, तो टेड्रोस ने मंकीपॉक्स को हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया.
वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल की इस घोषणा से संभवत: अफ्रीका के बाहर सबसे अधिक प्रभावित देशों में नियंत्रण गतिविधियों में अधिक कुछ परिवर्तन नहीं होगा. हालांकि यह उन देशों को प्रोत्साहित कर सकता है, जहां अब तक कुछ ही मामले मिले हैं. यदि संक्रमण उन देशों में फैलता है तो इससे ये संदेश जाएगा कि उनकी स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर बनाने की जरूरत है.